कनार्टक में हिजाब पर बवाल के बाद मध्य प्रदेश में भी राजनीति गरमा गई है। स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार के हिजाब पर प्रतिबंध लगाने के बयान पर कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने पलटवार किया है। मसूद ने कहा कि यह देश गांधी और अंबेडकर के सिद्धांतों पर चलेगा। ना कि गोड़से और आपके विचारों पर।
कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने कहा कि स्कूल शिक्षा मंत्री का बयान बेहद अफसोसजनक है। उन्होंने स्कूल शिक्षा मंत्री से सवाल करते हुए कहा कि उनको हिजाब पर उंगली उठाने से पहले बताना चाहिए कि स्कूलों में फर्नीचर क्यों नहीं हैं। बैठने की बेहतर व्यवस्था क्यों नहीं है।
माहौल खराब होने का एक उदाहरण बताएं
मसूद ने कहा कि स्कूलों में लड़कियां 70 सालों से हिजाब पहन कर जा रही हैं। वह पूरे देश में एक कोई उदाहरण लाकर बता दें कि हिजाब पहनने से किसी स्कूल या इंस्टीट्यूट का माहौल खराब हुआ हो।
अपनी नाकामियां दबा रहें
मसूद ने कहा कि एक मेंढक टर्र टर्र करता है तो दूसरे भी चिल्लाने लगते हैं। यही काम भारतीय जनता पार्टी के नेताओं का हो गया है। कनार्टक में चिल्लाए तो उन्होंने सोचा कि यहां पर हम क्या करेंगे। क्योंकि स्कूल में फर्नीचर दे नहीं सके, स्टाफ दे नहीं सके, सब जगह बंद कर रहे। सरकारी स्कूलों की बिल्डिंग की हालत खराब पड़ी है। ऐसी स्थिति में अपनी नाकामियों को दबाने के लिए अब हिजाब को तूल दे रहे।
यह देश संविधान से चलेगा
मसूद ने कहा कि हिजाब बैन करना तो दूर की बात है। यह देश संविधान से चलेगा। बाबा साहब अंबेडकर और महात्मा गांधी के सिद्धांतों से चलेगा। गोडसे की विचारधारा और आपके शब्दों से यह देश नहीं चलेगा। मध्य प्रदेश में इस तरह का जो भी इश्यू होगा उसका कड़ा विरोध करेंगे और इसी किसी भी हालत में यह लागू नहीं होने देंगे।
बता दें स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने हिजाब को लेकर कहा कि हिजाब यूनिफार्म का हिस्सा नहीं है। यदि प्रेश के स्कूल में कहीं हिजाब पहनकर जाया जा रहा होगा तो पाबंदी लगाई जाएगी। उन्होंने अगले सत्र से ड्रेस कोड को लेकर निर्देश जारी करने की भी बात कही है। मंत्री ने कहा कि यूनिफार्म से ही सभी विद्यार्थियों में समानता का भाव और अनुशासन रहता है।