दरभंगा से बड़ा फर्जीवाड़ा: सीमा हैदर और सचिन के नाम पर 100 करोड़ का धोखाधड़ी, चार लोग गिरफ्तार बिहार के दरभंगा से एक बेहद हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जिसमें चार लोगों पर सीमा हैदर और उनके पति सचिन के नाम पर 100 करोड़ रुपये के फर्जीवाड़े का आरोप लगा है। अरुणाचल प्रदेश की पुलिस ने इस मामले में शुक्रवार की देर रात रैयाम थाना क्षेत्र से दो भाइयों को गिरफ्तार किया। हालांकि, दो अन्य आरोपी फरार हो गए हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की छापेमारी जारी है।
अरुणाचल पुलिस(arunachal police) की कार्रवाई मामला क्या है?
अरुणाचल प्रदेश की पुलिस ने रैयाम थाना क्षेत्र के बनसारा गांव निवासी दो सहोदर भाई, आशुतोष कुमार झा और विपिन कुमार झा, को गिरफ्तार किया। इन दोनों पर आरोप है कि उन्होंने पाकिस्तान की चर्चित महिला सीमा हैदर और उनके पति सचिन के नाम पर फर्जी दस्तावेज तैयार किए थे और इसी के जरिए 100 करोड़ रुपये का फर्जीवाड़ा किया।
गिरफ्तारी के बाद, दोनों आरोपितों को शनिवार को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से ट्रांजिट रिमांड मिलने के बाद उन्हें अरुणाचल प्रदेश की पुलिस अपने साथ लेकर चली गई। बताया गया है कि आरोपितों ने सीमा हैदर और सचिन के फर्जी फोटो, आधार कार्ड, पैन कार्ड और जीएसटी नंबर का इस्तेमाल किया था।
फर्जीवाड़े का बड़ा पैमाना
आरोपितों के खिलाफ पपुमपरा जिले के ईटानगर थाना में जीएसटी से 100 करोड़ रुपये के गबन का मामला दर्ज किया गया है। ये दोनों आरोपी लंबे समय से फरार थे, और अब तक अपनी पहचान छुपाकर सक्रिय थे। दोनों आरोपितों ने अपने अकाउंट और कार्यालय को बंद कर दिया था, ताकि किसी को शक न हो।
साथ ही, इस पूरे मामले में चार लोगों का नाम सामने आया है। सिद्धि विनायक ट्रेड मर्चेंट कंपनी के प्रोप्राइटर राहुल जैन ने 650 करोड़ रुपये के कारोबार में 99.31 करोड़ रुपये का जीएसटी रिटर्न दाखिल कर पैसे की निकासी की थी। इसमें राहुल जैन, आशुतोष कुमार झा, विपिन कुमार झा, सोनू कुमार झा और बिट्टू कुमार झा शामिल हैं।
फरार आरोपितों की तलाश
अरुणाचल पुलिस के सब इंस्पेक्टर रणधीर कुमार झा ने बताया कि गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपितों के चचेरे भाई सोनू कुमार झा और बिट्टू कुमार झा पुलिस को चकमा देकर फरार हो गए हैं। इन दोनों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है।
फर्जीवाड़े की जड़: Seema Haider और सचिन का नाम
बताया गया है कि आरोपितों ने सीमा हैदर और उनके पति सचिन की तस्वीरें, फर्जी दस्तावेज और गलत जानकारी का इस्तेमाल कर फर्जीवाड़ा किया। इस मामले की जांच के बाद, जीएसटी आयुक्त ने थाने में कांड संख्या 183/24 दर्ज करवाई थी। हालांकि, राहुल जैन की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है, लेकिन दो आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद राहुल जैन के बारे में जानकारी मिलने की उम्मीद बढ़ गई है, और उसकी पूछताछ की जाएगी।
मैथिली में भाषा का इस्तेमाल
पुलिस ने इस मामले में छापेमारी के लिए मैथिली भाषा को सीखा था, ताकि गांववाले उन पर शक न करें। यही कारण था कि पुलिस दो दिनों तक गांव में छिपी रही, लेकिन दो आरोपित पुलिस को चकमा देकर फरार हो गए।
आलीशान घर बनवाने की चर्चा
गांव में आरोपितों का रहन-सहन किसी बड़े कारोबारियों जैसा था। इन लोगों ने अपनी कमाई से एक आलीशान मकान भी बनवाया था, जिसका मूल्य करीब चार करोड़ रुपये बताया जा रहा है। गांववाले बताते हैं कि इन लोगों ने किसी को भी नहीं बताया कि वे कैसे इतनी बड़ी रकम के मालिक बने।
आरोपितों के ठाठ-बाठ
गांव वाले बताते हैं कि आरोपितों ने लोगों से यह कहा था कि उनका कारोबार विदेश में है, लेकिन अब यह खुलासा हुआ है कि वे दरभंगा में ही अपने धोखाधड़ी के पैसे से ऐश कर रहे थे। उनकी फर्जीवाड़े के पैसे से बनाई गई संपत्ति और आलीशान घर देखकर गांव वाले चौंक गए हैं।
यह मामला दरभंगा में एक बड़ा और हैरान कर देने वाला फर्जीवाड़ा साबित हुआ है, जो अब पूरे बिहार में चर्चा का विषय बन गया है।
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