संजय मल्होत्रा बने भारतीय रिजर्व बैंक के 26वे गवर्नर :जानें उनके जीवन और करियर की खास बातें

Zulfam Tomar
4 Min Read

संजय मल्होत्रा बने भारतीय रिजर्व बैंक के नए गवर्नर: 
नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने संजय मल्होत्रा को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) का 26वां गवर्नर नियुक्त किया है। मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने उनके नाम को मंजूरी दे दी है। 11 दिसंबर से वह तीन साल के कार्यकाल के लिए इस महत्वपूर्ण पद की जिम्मेदारी संभालेंगे। वर्तमान में वह वित्त मंत्रालय में राजस्व सचिव (Revenue Secretary) के पद पर कार्यरत हैं।

संजय मल्होत्रा की नियुक्ति मौजूदा गवर्नर शक्तिकांत दास का कार्यकाल समाप्त होने के बाद हो रही है। दास, जो 2018 में उर्जित पटेल के पद छोड़ने के बाद आरबीआई के 25वें गवर्नर बने थे, ने तीन साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद सेवा विस्तार प्राप्त किया था। अब उनका दूसरा कार्यकाल 10 दिसंबर को समाप्त हो रहा है।

Highlights:

🔹 नाम: संजय मल्होत्रा
🔹 पद: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के 26वें गवर्नर
🔹 कार्यकाल: 11 दिसंबर 2024 से 3 साल

प्रमुख तथ्य

✔️ वर्तमान पद: रेवेन्यू सेक्रेटरी
✔️ अनुभव: 33+ साल (वित्त, पावर, आईटी, टैक्सेशन और खनन में)
✔️ शिक्षा:

  • IIT कानपुर से कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग
  • प्रिंसटन यूनिवर्सिटी, अमेरिका से पब्लिक पॉलिसी में मास्टर्स

महत्वपूर्ण उपलब्धियां

✅ बैंकिंग सुधारों को आगे बढ़ाया
✅ टैक्स कलेक्शन और जीएसटी प्रणाली में सुधार
✅ REC के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर रह चुके

नई जिम्मेदारी

📌 अर्थव्यवस्था को स्थिरता देना
📌 बैंकिंग सेक्टर को मजबूत बनाना
📌 मुद्रास्फीति पर नियंत्रण

संजय मल्होत्रा कौन हैं?

1990 बैच के राजस्थान कैडर के आईएएस अधिकारी संजय मल्होत्रा ने केंद्र और राज्य स्तर पर विभिन्न क्षेत्रों में 33 वर्षों से अधिक समय तक सेवाएं दी हैं। वह वित्त, बिजली, आईटी, कराधान और खनन जैसे क्षेत्रों में विशेषज्ञता रखते हैं।

मल्होत्रा की शैक्षणिक पृष्ठभूमि भी काफी प्रभावशाली है। उन्होंने आईआईटी-कानपुर से कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है और प्रिंसटन विश्वविद्यालय, अमेरिका से पब्लिक पॉलिसी में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है।

संजय मल्होत्रा का करियर प्रोफाइल

  • वित्तीय सुधारों में योगदान:
    राजस्व सचिव बनने से पहले, मल्होत्रा वित्त सेवा विभाग में सचिव के रूप में कार्यरत थे। इस दौरान उन्होंने बैंकिंग सेक्टर को मजबूत बनाने और वित्तीय सुधारों को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
  • टैक्स कलेक्शन में सुधार:
    जीएसटी काउंसिल के एक्स-ऑफिसियो सचिव के रूप में उन्होंने कर संग्रहण को बेहतर बनाने और कर प्रणाली में सुधार लाने का काम किया।
  • अनुभवपूर्ण नेतृत्व:
    वह पहले राज्य संचालित रूरल इलेक्ट्रिफिकेशन कॉर्पोरेशन (REC) के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर भी रह चुके हैं।
  • राजनीतिक और आर्थिक चुनौतियों से निपटने की क्षमता:
    मल्होत्रा का यह अनुभव उन्हें भारतीय अर्थव्यवस्था के मौजूदा सुधारों और चुनौतियों के बीच आरबीआई के लिए उपयुक्त बनाता है।

अर्थव्यवस्था के लिए नई उम्मीदें

संजय मल्होत्रा की नियुक्ति ऐसे समय पर हुई है जब भारतीय अर्थव्यवस्था कई बड़े सुधारों और चुनौतियों का सामना कर रही है। आरबीआई गवर्नर के रूप में उनकी रणनीतिक सोच और व्यापक अनुभव बैंकिंग क्षेत्र को नई दिशा देने में सहायक हो सकती है।

उनकी नियुक्ति से उम्मीद है कि वह मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने, बैंकिंग प्रणाली को सुदृढ़ करने, और डिजिटल भुगतान प्रणाली को अधिक समावेशी बनाने में सफल रहेंगे।

संजय मल्होत्रा की नियुक्ति भारतीय रिजर्व बैंक के नेतृत्व में एक नए युग की शुरुआत के रूप में देखी जा रही है। उनके समृद्ध अनुभव और नवोन्मेषी दृष्टिकोण से भारतीय अर्थव्यवस्था को स्थिरता और प्रगति की दिशा में आगे बढ़ाने की संभावना है।

अधिक जानकारी और अपडेट के लिए हमारी वेबसाइट पर बने रहें।

(आपका भारत टाइम्स)

16590
Share This Article
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Home
राज्य चुने
Video
Short Videos
Menu
error: Content is protected !!