गॉल ब्लैडर में पथरी होना आम समस्या है, लेकिन अगर पथरियों की संख्या हजारों में पहुंच जाए, तो यह किसी को भी चौंका सकता है। ऐसा ही एक मामला मध्य प्रदेश के रीवा जिले में सामने आया, जहां एक महिला के पेट से ऑपरेशन के दौरान डॉक्टरों ने 1235 पथरियां निकालीं।
गॉल ब्लैडर में पथरी क्या होती है?
गॉल ब्लैडर (पित्ताशय) हमारे शरीर का एक छोटा सा अंग है, जो लिवर के नीचे होता है। इसका मुख्य काम पित्त रस को जमा करना और पाचन प्रक्रिया में मदद करना है। जब गॉल ब्लैडर में खनिज, कोलेस्ट्रॉल या अन्य पदार्थ जमा होकर ठोस रूप ले लेते हैं, तो इसे पथरी कहा जाता है।
आमतौर पर गॉल ब्लैडर में 1-2 पथरियां होती हैं। इनकी वजह से पेट में दर्द, अपच, और कभी-कभी बुखार जैसी समस्याएं हो सकती हैं। लेकिन रीवा की इस महिला के मामले ने डॉक्टरों को भी हैरान कर दिया।
कैसे हुआ महिला का इलाज?
रीवा के अमरपाटन कस्बे की रहने वाली प्रतिमा गौतम नामक महिला पिछले कई महीनों से पेट दर्द से परेशान थीं। दर्द इतना बढ़ गया कि उन्होंने रीवा के लाइफ केयर हॉस्पिटल में डॉक्टरों से संपर्क किया। डॉक्टरों ने जांच के बाद गॉल ब्लैडर में पथरी होने की पुष्टि की और ऑपरेशन की सलाह दी।
ऑपरेशन के दौरान डॉक्टरों की हैरानी
अस्पताल के डॉक्टर बृजेश सिंह ने बताया कि ऑपरेशन के दौरान गॉल ब्लैडर से 1235 पथरियां निकाली गईं। इन पथरियों का आकार छोटी दाल के दाने जितना था। यह संख्या इतनी ज्यादा थी कि ऑपरेशन थियेटर में मौजूद पूरी टीम दंग रह गई।
महिला का गॉल ब्लैडर क्यों निकाला गया?
डॉ. बृजेश सिंह ने बताया कि भविष्य में इस समस्या से बचने के लिए महिला का गॉल ब्लैडर भी निकाल दिया गया। अब वह पूरी तरह स्वस्थ हैं और उन्हें दर्द से राहत मिल गई है।
गॉल ब्लैडर में पथरी बनने के कारण
गॉल ब्लैडर में पथरी बनने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे:
- अधिक तैलीय और वसायुक्त खाना खाना
- पानी कम पीना
- शरीर में कोलेस्ट्रॉल की अधिकता
- मोटापा
- अनियमित खान-पान
पथरी से बचने के उपाय
- संतुलित आहार लें और तैलीय भोजन से बचें।
- पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं।
- नियमित रूप से व्यायाम करें।
- डॉक्टर से समय-समय पर स्वास्थ्य जांच करवाएं।
पथरी का इलाज
गॉल ब्लैडर में पथरी का इलाज डॉक्टर की सलाह के अनुसार किया जाता है। अगर पथरी छोटी है, तो दवाइयों से ठीक हो सकती है। लेकिन अगर पथरियां बड़ी और ज्यादा संख्या में हैं, तो ऑपरेशन की जरूरत पड़ती है।
रीवा की इस घटना ने यह साबित कर दिया कि समय पर इलाज और डॉक्टर की सही सलाह से गंभीर से गंभीर समस्या का समाधान संभव है। अगर आपको भी पेट दर्द या पाचन से जुड़ी कोई समस्या है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। सही समय पर इलाज से आप गंभीर समस्याओं से बच सकते हैं।
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