संसद में धक्का-मुक्की कांड राजनीतिक ड्रामा: असल मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश
देश की संसद इन दिनों राजनीतिक ड्रामे का अखाड़ा बन चुकी है। सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है, और देश के असल मुद्दे जैसे भ्रष्टाचार, महंगाई, शिक्षा और बेरोजगारी गायब हो गए हैं। हर दिन संसद में कुछ ऐसा हो रहा है जो मीडिया की सुर्खियों में छा जाता है, लेकिन जनता के असल मुद्दे कहीं खो जाते हैं।
कांग्रेस की मांग: अडानी पर चर्चा
कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल संसद में गौतम अडानी पर लग रहे बड़े भ्रष्टाचार और घूसखोरी के आरोपों पर चर्चा की मांग कर रहे हैं।
राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे ने आरोप लगाया है कि
“मोदी सरकार अडानी को बचाने में जुटी हुई है और किसी भी हाल में इन मुद्दों पर चर्चा नहीं होने देना चाहती।”
कांग्रेस का कहना है कि अडानी ग्रुप पर लगे आरोप इतने गंभीर हैं कि उनकी जांच और संसद में चर्चा होना बेहद जरूरी है। लेकिन, सरकार इस मुद्दे से बचने के लिए संसद में व्यवधान पैदा कर रही है।
अमित शाह का बयान और विपक्ष का हमला
बीच में, गृहमंत्री अमित शाह ने संसद में संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर पर एक बयान दिया, जिसे लेकर विपक्ष बीजेपी पर हमलावर हो गया।
कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने इस बयान को “अंबेडकर और उनको मानने वालो का अपमान” बताया और बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि
“यह सरकार संविधान और लोकतंत्र की मूल भावना का अपमान कर रही है।”
वहीं बीजेपी विपक्ष पर आरोप लगा रही है की अमित शाह जी के बयान को तोड़ मरोड़ कर दिखाया जा रहा है उनका पूरा बयान नहीं दिखाया जा रहा है अमित शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि मैं और मेरी पार्टी अंबेडकर जी की विचारधारा को आगे बढ़ाने वाले लोग हैं हम कभी भी अंबेडकर जी का अपमान नहीं कर सकते
वहीं कांग्रेस और विपक्षी दल आरोप लगा रहे हैं कि यह मनुस्मृति को मानने वाले लोग हैं यह संविधान को नहीं मानते और ना ही अंबेडकर जी को सम्मान देते हैं और इनकी असलियत अब सामने आ गई है
सत्ता पक्ष बनाम विपक्ष: धक्का-मुक्की का मामला
संसद में राजनीतिक ड्रामा तब और बढ़ गया, जब राहुल गांधी और बीजेपी सांसदों के बीच धक्का-मुक्की का आरोप सामने आया।
बीजेपी का कहना है कि राहुल गांधी ने जानबूझकर उनके सांसदों को धक्का दिया, जिससे कुछ सांसद घायल हो गए। बीजेपी के आरोपों के अनुसार, राहुल गांधी ने दो बीजेपी सांसदों—मुकेश राजपूत और प्रताप सारंगी—को धक्का दिया।
- राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस:
- राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी मुख्य मुद्दों से भटकाने की कोशिश कर रही है।
- उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी सांसदों ने उन्हें संसद में रोकने की कोशिश की, जिससे यह स्थिति पैदा हुई।
- मल्लिकार्जुन खरगे का बयान: कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि बीजेपी सांसदों ने खुद धक्का-मुक्की की और कांग्रेस नेताओं को दोषी ठहराने की साजिश रची।
हम संसद के अंदर जाना चाहते थे, लेकिन BJP के लोग हमें रोकने के लिए द्वार पर आकर बैठ गए।
INDIA गठबंधन की महिला सांसदों को भी अंदर जाने से रोका गया।
उन लोगों ने मुझे धक्का दिया, मेरा संतुलन बिगड़ा और मैं नीचे गिर गया, लेकिन वे उल्टा हमारे ऊपर ही इल्जाम लगा रहे हैं कि हमने उन्हें… pic.twitter.com/3c31qiyqE9
— Congress (@INCIndia) December 19, 2024
बीजेपी के सांसद प्रताप सारंगी इस घटना में घायल हो गए, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। बीजेपी ने इस घटना को राहुल गांधी की “गुंडागर्दी” करार दिया।
- निशिकांत दुबे का बयान: बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने राहुल गांधी पर चिल्लाते हुए कहा, “गुंडागर्दी करते हो। बूढ़े आदमी को गिरा दिया धक्का देकर।”
- महिला सांसद की शिकायत: नागालैंड से बीजेपी सांसद फांगनोन कोन्याक ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने उनके करीब आकर धमकाने की कोशिश की, जिससे वह असहज हो गईं।
- मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस घटना को असभ्य और शर्मनाक बताया।
- महिला सांसद से दुर्व्यवहार: उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने आदिवासी महिला सांसद के साथ बदसलूकी की।
- संसद में तर्क की जगह ताकत: शिवराज सिंह ने सवाल उठाया कि क्या अब संसद में शारीरिक शक्ति का इस्तेमाल किया जाएगा?
बीजेपी की मांग: निंदा प्रस्ताव पारित हो
राज्यसभा में बीजेपी के नेता जगत प्रकाश नड्डा ने कहा कि राहुल गांधी के आचरण के खिलाफ सदन में निंदा प्रस्ताव पारित किया जाना चाहिए।
- उन्होंने कहा कि यह घटना कांग्रेस की बौखलाहट और असंवैधानिक आचरण का सबूत है।
- नड्डा ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस संविधान पर चर्चा के दौरान बेकाबू हो गई।
घटना का वीडियो और सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया
इस पूरे विवाद का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
- वीडियो में क्या दिखा: वीडियो में राहुल गांधी घायल सांसद प्रताप सारंगी के पास जाते दिखे।
- अमित मालवीय का ट्वीट: बीजेपी नेता ने वीडियो साझा करते हुए लिखा कि राहुल गांधी के धक्के से सांसद घायल हुए।
Leader of Opposition Rahul Gandhi admits on camera to having assaulted BJP MP Pratap Sarangi, leaving him grievously injured. This calls for criminal charges against him. There is overwhelming evidence, video footage and his own admission to convict Rahul Gandhi. The law must… pic.twitter.com/WSxCDD23Pz
— Amit Malviya (@amitmalviya) December 19, 2024
कांग्रेस का आरोप: अडानी मुद्दे से भटकाने की कोशिश
राहुल गांधी ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरोप लगाया कि बीजेपी गौतम अडानी से जुड़े मुद्दे पर चर्चा से बचना चाहती है।
- अडानी का मामला: राहुल गांधी ने कहा कि अमेरिका में अडानी से जुड़ा एक मामला सामने आया है, और बीजेपी इसे दबाने के लिए संसद में बाधा पैदा कर रही है।
- देशव्यापी आंदोलन की घोषणा: राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस इस मुद्दे पर पूरे देश में आंदोलन करेगी।
कांग्रेस और विपक्षी दलों का कहना है कि यह सब मुद्दे से ध्यान भटकाने का एक षड्यंत्र है।
राहुल गांधी ने कहा,
“हम अडानी पर चर्चा चाहते हैं, लेकिन सरकार इसे रोकने के लिए तमाशा कर रही है। यह जनता के मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश है।”
विपक्ष का दावा है कि मोदी सरकार संसद में चर्चा की अनुमति नहीं देकर लोकतांत्रिक प्रक्रिया को कुचल रही है।
बीजेपी का पलटवार
बीजेपी का कहना है कि कांग्रेस और विपक्ष संसद को बाधित करने की कोशिश कर रहे हैं।
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा,
“यह केवल एक राजनीतिक ड्रामा है। कांग्रेस को जनता के मुद्दों से कोई लेना-देना नहीं है। वे केवल अपने एजेंडे के लिए संसद का दुरुपयोग कर रहे हैं।”
गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्ष पर पलटवार करते हुए कहा कि
“विपक्ष के पास कोई ठोस मुद्दा नहीं है, इसलिए वे अडानी का नाम लेकर सियासत कर रहे हैं।”
क्या है जनता का सवाल?
जनता अब यह सवाल कर रही है कि संसद के ये तमाशे आखिर कब खत्म होंगे और असली मुद्दों पर चर्चा कब होगी।
- महंगाई और बेरोजगारी क्यों नजरअंदाज हो रही है?
- अडानी पर लगे आरोपों की सच्चाई कब सामने आएगी?
- संविधान और लोकतंत्र का सम्मान कब सुनिश्चित होगा?
निष्कर्ष
संसद में चल रहा यह राजनीतिक ड्रामा केवल सत्ता और विपक्ष की लड़ाई नहीं है। यह हमारे लोकतांत्रिक ढांचे और जनता के असली मुद्दों से जुड़ा एक गंभीर सवाल है।
क्या यह केवल मीडिया में सुर्खियां बटोरने का प्रयास है, या फिर असली मुद्दों को दबाने की कोशिश?
यह तो समय ही बताएगा, लेकिन जनता उम्मीद करती है कि संसद अपनी जिम्मेदारी समझे और उन मुद्दों पर चर्चा करे, जो वाकई में देश के लिए महत्वपूर्ण हैं।
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