नोटों की गड्डी, NEET और पीजी के एडमिट कार्ड; PMCH के हॉस्टल में संदिग्ध सामान से मची खलबली
पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (PMCH) के चाणक्य हॉस्टल से एक संदिग्ध मामले ने हलचल मचा दी है। यह मामला तब सामने आया जब बुधवार को हॉस्टल में आग लगने के बाद कमरे से कुछ सामान बरामद हुआ, जिसे देखकर पुलिस और प्रशासन के होश उड़ गए। कमरे से नोटों की गड्डी, NEET और पीजी के कई एडमिट कार्ड, मेडिकल ओएमआर सीट, और शराब की बोतल जैसे सामान मिले हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जिस कमरे से ये चीज़ें मिलीं, वह कमरे का नंबर था अजय सिंह का। अजय सिंह, जो मेडिकल की तैयारी कर रहा था, उसका नाम अब खबरों में छाया हुआ है। रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि इस कमरे से 500 और 100-100 रुपये की कई गड्डियां मिली हैं। इन नोटों में से कुछ जल चुके थे, जो स्थिति को और भी संदिग्ध बनाते हैं। इन नोटों की कुल रकम करीब 10-12 लाख रुपये बताई जा रही है।
अजय सिंह के कमरे से और भी कई अहम दस्तावेज बरामद हुए हैं। NEET और पीजी के कई एडमिट कार्ड, और आर्यभट्ट यूनिवर्सिटी के मेडिकल ओएमआर सीट भी इस कमरे से पाए गए हैं। इसके अलावा, कमरे में एक आधी खाली शराब की बोतल भी पाई गई। इस सब के बीच पुलिस अब यह समझने की कोशिश कर रही है कि आखिरकार इन सामानों का क्या मतलब हो सकता है।
इसके बाद की जांच में यह भी खुलासा हुआ कि अजय सिंह के पास केवल एक कमरे का नहीं, बल्कि हॉस्टल की छठी मंजिल पर एक और कमरा था, जो किसी अन्य डॉक्टर के नाम पर अलॉट था। हालांकि, इस कमरे के लिए केयर टेकर अनंत कुमार ने कई बार अजय से कमरे को खाली करने को कहा था, लेकिन उसने कमरा खाली नहीं किया। पुलिस और हॉस्टल प्रबंधन की जांच अब इस पर और भी विस्तार से की जा रही है।
अजय सिंह, जो समस्तीपुर जिले का रहने वाला है, 2022 में पीजी पास कर चुका है। इस संदिग्ध मामले में यह भी चर्चा हो रही है कि अजय सिंह NEET और MBBS जैसी परीक्षाओं में छात्रों को बैठाने का काम करता था, जिसके लिए वह मोटी रकम लेता था। साथ ही, यह भी अनुमान लगाया जा रहा है कि अजय मेडिकल छात्रों को एमबीबीएस के इंटरनल परीक्षाओं में पास करवाने के लिए भी मदद करता था।
अब देखना यह होगा कि पुलिस इस मामले में क्या कदम उठाती है और इस पूरे घटनाक्रम का सच क्या निकलकर सामने आता है।