पृष्ठभूमि
हाल ही में, हरियाणा और महाराष्ट्र में बीफ खाने के संदेह में दो अलग-अलग घटनाओं ने पूरे देश का ध्यान आकर्षित किया है। यहां दो अलग-अलग राज्यों, हरियाणा और महाराष्ट्र, से दिल दहला देने वाली घटनाएं सामने आई हैं, जहां भीड़ ने केवल बीफ के शक के चलते क्रूरता की सभी हदें पार कर दीं। हरियाणा के चरखी-दादरी जिले में 2 प्रवासीय मजदूर को भीड़ ने इतनी बर्बरता से पीटा कि 1 की मौके पर ही मौत हो गई और दूसरा गंभीर रूप से घायल है वहीं, महाराष्ट्र के धुले जिले में ट्रेन में सफर कर रहे एक 72 वर्षीय बुजुर्ग पर भीड़ ने जानलेवा हमला कर दिया का मामला सामने आया है।
हरियाणा की घटना में, पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है और दो नाबालिगों को हिरासत में लिया है। महाराष्ट्र में भी पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए सभी आरोपियों को हिरासत में ले लिया।
पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई के बावजूद, इन घटनाओं ने एक बार फिर से यह सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिर कब तक इस तरह की बर्बरता जारी रहेगी और इसके लिए कौन जिम्मेदार होगा?
इस घटना ने न केवल स्थानीय बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी विवाद और आक्रोश को जन्म दिया है। इस रिपोर्ट में हम इस दुखद घटना के सभी पहलुओं की विस्तृत जानकारी देंगे, जिसमें पुलिस कार्रवाई, आरोपी और उनके तर्क, स्थानीय और राजनीतिक प्रतिक्रियाएं शामिल हैं।
घटना की जानकारी
27 अगस्त को हरियाणा के चरखी दादरी जिले के बाढडा गांव में एक प्रवासी मजदूर की हत्या , पीड़ित परिवार के अनुसार, इस हत्या के पीछे गोमांस खाने का शक बताया जा रहा है। असम के बरपेटा निवासी सुजाऊद्दीन सरदर ने पुलिस में दर्ज कराई शिकायत में बताया कि वह अपनी बहन शकीना सरदर और बहनोई साबिर मलिक के साथ बाढडा गांव में झुग्गी बनाकर रहते हैं और कचरा बीनने का काम करते हैं।
घटना के दिन कुछ लड़कों ने साबिर मलिक को यह कहकर बुलाया कि उन्हें कबाड़ का सामान देना है। साबिर जब बस स्टैंड पर पहुंचा, तो वहां पहले से ही असम के बरपेटा के असीरऊद्दीन को भी बुलाया गया था। वहां मौजूद 4 से 5 लड़कों ने दोनों के साथ बेरहमी से मारपीट की जब वहां पर मौजूद लोगों ने इसका विरोध किया तो आरोपी फिर मोटरसाइकिल पर बिठाकर एक सुनसान स्थान पर ले गए। वहां पहुंचकर गोरक्षा दल के सदस्यों ने डंडों से दोनों को बुरी तरह पीटा, जिससे साबिर मलिक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि असीरऊद्दीन गंभीर रूप से घायल हो गया। इस घटना का वीडियो भी सामने आया है, जो घटना की भयावहता को दर्शाता है।
अभी तक हमारी जानकारी के मताबिक पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए 8 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जिनमें दो नाबालिग भी शामिल हैं। पुलिस ने बताया कि इन सभी आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है. पुलिस की जांच जारी है और दोषियों को जल्द से जल्द सजा दिलाने का आश्वासन दिया गया है।
#WATCH | On Charkhi Dadri case, Haryana CM Nayab Singh Saini says, “It is not right to say things like mob lynching, because a strict law has been made in the Assembly for cow protection and there is no compromise on it…I want to say that such incidents should not happen and… https://t.co/HmN0dreFmC pic.twitter.com/OrJZTt7CVo
— ANI (@ANI) August 31, 2024
यह घटना एक बार फिर से समाज में बढ़ती हिंसा और असहिष्णुता की ओर इशारा करती है, जो कानून व्यवस्था के लिए एक गंभीर चुनौती बन गई है।
पुलिस कार्रवाई और गिरफ्तारी
पुलिस ने इस मामले में गौरक्षा दल के पांच सदस्यों—अभिषेक, मोहित, रविंदर, कमलजीत, और साहिल—को गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों पर बीफ खाने के संदेह में मलिक को पीटने का आरोप है। इसके अतिरिक्त, दो किशोरों को भी पकड़ा गया है जो इस घटना में शामिल थे। पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने साबिर मलिक को प्लास्टिक की बोतलें बेचने के बहाने एक दुकान पर बुलाया और वहां उसकी पीटाई की। जब कुछ लोग हस्तक्षेप करने पहुंचे, तो आरोपियों ने मलिक को दूसरी जगह ले जाकर उसकी फिर से पिटाई की, जिससे उसकी मौत हो गई।
हरियाणा के मुख्यमंत्री का बयान
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि गौमाता की सुरक्षा के लिए कड़ा कानून बनाया गया है और इस मुद्दे पर कोई समझौता नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि गौमाता के प्रति लोगों की आस्था होती है और ऐसे मामलों में गांवों में प्रतिक्रिया होती है। सीएम सैनी ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण घटना करार देते हुए लिंचिंग की घटनाओं को रोकने की अपील की।
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पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की प्रतिक्रिया
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस मामले पर चिंता जताते हुए पीड़ित परिवार को सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया। उन्होंने पार्टी के नेताओं को निर्देशित किया कि वे पीड़ित परिवार से मिलें और उन्हें मुआवजा देने की व्यवस्था करें। ममता बनर्जी ने कहा कि हरियाणा में इस तरह की घटनाएं दुखद और अस्वीकार्य हैं।
आपको बता दे कि 2023 में हरियाणा के भिवानी जिले के लोहारू क्षेत्र में एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई थी, जो पिछले वर्ष की हत्याओं से जुड़ी थी। राजस्थान के भरतपुर जिले के नासिर और जुनैद नामक दो मुस्लिम युवकों को कथित तौर पर एक कार में अगवा कर लोहारू ले जाया गया था। वहां, उनकी निर्ममता से हत्या कर दी गई और उनके शवों को जला दिया गया। घटनास्थल पर एक पूरी तरह से जल चुकी गाड़ी में उनके जले हुए शव पाए गए थे। इस घटना ने आसपास के कई क्षेत्रों में तनाव और भय का माहौल पैदा कर दिया था।
संबंधित घटनाएँ और प्रतिक्रियाएँ
महाराष्ट्र में बुजुर्ग की ट्रेन में सफर करते दौरान पिटाई
अब बात करते हैं महाराष्ट्र की महाराष्ट्र के धुले जिले में भी बीफ के संदेह में एक 72 वर्षीय बुजुर्ग अशरफ अली सय्यद हुसैन की पिटाई की गई। इस घटना के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए, जिसमें बुजुर्ग को ट्रेन में अन्य यात्रियों द्वारा पीटा गया। पुलिस ने इस मामले में भी कार्रवाई की है और आरोपियों को हिरासत में लिया है।
घटनाके बारे में विस्तार से :
72 वर्षीय अशरफ अली सय्यद हुसैन, जो धुले के निवासी हैं, अपनी बेटी से मिलने के लिए जलगांव से कल्याण जाने के लिए धुले CSMT एक्सप्रेस ट्रेन में सवार हुए थे। यात्रा के दौरान सीट को लेकर उनके और अन्य सहयात्रियों के बीच विवाद हो गया, जिसके बाद कुछ सहयात्रियों ने उन पर बीफ ले जाने का आरोप लगाया। इस विवाद के बीच सहयात्रियों ने एक वीडियो बनाकर उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया, जिससे मामला और बढ़ गया। ठाणे रेलवे पुलिस ने इस घटना की जानकारी मिलने पर शिकायतकर्ता की बेटी के घर जाकर पीड़ित का बयान दर्ज किया। पीड़ित ने बताया कि उनके पास कुछ सामान था, जिसे देखकर सहयात्रियों को शक हुआ कि उसमें बीफ है। लोगों ने दावा किया कि पीड़ित के पास मौजूद प्लास्टिक के डिब्बे में मांस जैसा कुछ था, जिससे पूछताछ की गई। इसके बाद, कुछ लोगों ने उनके साथ बदसलूकी की, गाली-गलौज की और उन पर हमला भी किया। इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो भी बनाया गया और सोशल मीडिया पर साझा किया गया, जिससे यह मामला सुर्खियों में आ गया।
ठाणे जीआरपी पुलिस ने शिकायतकर्ता के बयान के आधार पर 5 से अधिक व्यक्तियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता(बीएनएस) की धारा 189(2), 191(2), 190, 126(2), 115(2), 324(4)(5), 351(2)(3), और 352 के तहत मामला दर्ज किया है। आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया है। यह घटना तब सामने आई जब एक ट्रेन में ठाणे जिले के कल्याण और इगतपुरी स्टेशन के बीच एक बुजुर्ग की पिटाई का मामला सामने आया था।
अन्य राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ :
हरियाणा के पूर्व मंत्री अनिल विज ने कहा कि राज्य में बीफ के उपयोग को लेकर सख्त कानून है, लेकिन कानून को अपने हाथ में लेना सही नहीं है। वहीं,
समाजवादी पार्टी के सांसद जिया उर रहमान बर्क ने कहा कि ऐसी घटनाओं के पीछे बीजेपी की नफरत भरी राजनीति का हाथ है उन्होंने पूछा कि क्या इन आरोपियों के घर बुलडोजर चलवाने और आरोपियों के खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में केस चलवाने का काम किया जाएगा.? उन्होंने आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की।
यह मामला न केवल स्थानीय स्तर पर बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी चिंता का विषय बन चुका है, और इस पर विभिन्न राजनीतिक और सामाजिक प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।
निष्कर्ष
यह घटना भारत में भीड़ द्वारा न्याय के विषय पर एक गंभीर प्रश्न खड़ा करती है। यह घटनाएँ एक बार फिर से उस सामाजिक तनाव को उजागर करती हैं जो धार्मिक आस्थाओं और सांस्कृतिक संवेदनाओं के इर्द-गिर्द घूमता है। पुलिस और राजनीतिक नेताओं की प्रतिक्रियाएं इस मामले को न्याय दिलाने में कितनी प्रभावी होती हैं, यह देखना महत्वपूर्ण होगा। और क्या इस तरह की घटनाएं होती ही रहेगी ? हम किस तरह का भारत चाहते हैं ? जो खुद ही किसी को भी केवल शक के आधार पर पीट कर हत्या कर दे या फिर अगर कोई दोषी है उसके खिलाफ कानून के हिसाब से कार्रवाई हो